Sunday, December 4, 2011

इस 1 शिव मंत्र से ही बंध जाएगा परेशानियों का पुलिंदा



भगवान शिव 'हर' नाम से भी पूजनीय है। जिसके पीछे धार्मिक आस्था से यही भाव है कि शिव भक्त की पुकार पर उसकी सभी कष्ट व पीड़ाओं को हर यानी हरण कर लेते हैं। पौराणिक प्रसंग भी उजागर करते हैं कि चाहे वह समुद्र मंथन से निकले हलाहल यानी विष को पीने की बात हो या स्वर्ग से उतरी देव नदी गंगा के वेग को थामने के लिए उसे अपनी जटाओं में स्थान देने की बात, शिव ने संसार के संकटों को कल्याण भाव से हर लिया।

यही कारण है कि सांसारिक जीवन में हर परेशानियों से मुक्ति या कामनासिद्धि के लिए हर यानी शिव का ध्यान बहुत ही मंगलकारी माना जाता है। शिव उपासना की विशेष घडिय़ों में सोमवार का दिन बहुत शुभ है।

सोमवार की मंगल घड़ी में अगर नीचे लिखे सरल मंत्र से शिवलिंग की सामान्य पूजा भी करें तो यह पीड़ा व कष्टों से जल्द निजात दिलाने वाला उपाय माना गया है। जानते हैं विशेष शिव मंत्र, जिसमें शिव की अद्भुत महिमा व स्वरूप की वंदना है -

- सोमवार को स्नान के बाद स्वच्छ व सफेद वस्त्र पहन शांत मन से शिवालय या घर पर स्फटिक या धातु से बनी शिवलिंग को खासतौर पर शांति की कामना से दूध व शुद्ध जल से स्नान कराएं।

- शिव को सफेद चंदन, वस्त्र, अक्षत, बिल्वपत्र, सफेद आंकड़े के फूल व श्रीफल यानी नारियल पंचाक्षरी मंत्र ऊँ नम: शिवाय बोलते हुए चढाएं व पूजा के बाद नीचे लिखे शिव का श्रद्धा से स्मरण या जप करें -

शिवो गुरु: शिवो देव: शिवो बन्धु: शरीरिणाम्।

शिव आत्मा शिवो जीव: शिवादन्यन्न किञ्चन।।

इसमें शिव की महिमा है कि शिव से अलग कुछ भी नहीं है, यानी शिव ही गुरु है, शिव देव हैं, शिव सभी प्राणियों के बन्धु हैं, शिव ही आत्मा है और शिव ही जीव हैं।

- इस मंत्र स्मरण व पूजा के बाद दूध की मिठाई का भोग लगा शिव की आरती धूप, दीप व कर्पूर से करें। प्रसाद ग्रहण कर सुकूनभरे जीवन की कामना से सिर पर शिव को अर्पित सफेद चंदन लगाएं।

any body who will try to steal or miss use or blog will be dealt severly acording to law

Jyotishachary Varinder Kumar JI 
Shop No 74 New
Shopping Center Ghumar Mandi
Ludhiana Punjab India

01614656864
09915081311,09872493627

email: sun_astro37@yahoo.com,sun.astro37@gmail.com
wwwsunastrocom.blogspot.com
http://www.sunastro.com/
http://www.facebook.com/profile.php?id=100000371678


 

कुंवारे लोग ऐसी चीजें अपने पलंग के नीचे नहीं रखना चाहिए, क्योंकि




सामान्यत: घरों में पलंग के नीचे कुछ न कुछ सामान अवश्य ही रखा जाता है। पलंग या बेड का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण होता है। 24 घंटे में से कम से कम 6-8 घंटे हम सोते हैं। इस बात से स्पष्ट है कि अच्छी नींद के लिए अच्छा बेड होना बहुत जरूरी है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि बेड भी अच्छा हो लेकिन फिर भी उस पर सोने वाले लड़के या लड़की की शादी नहीं हो रही है या अन्य कोई परेशानियां चल रही है तो निश्चित ही उन युवाओं के पलंग के नीचे वास्तुदोष उत्पन्न करने वाली वस्तुएं रखी हुई हो सकती हैं। वास्तुदोष उत्पन्न करने वाली वस्तुओं में लोहे का सामान, पुराना कबाड़ा आदि शामिल है। विवाह योग्य लड़के और लड़किया जिस पलंग पर सोते हों उसके नीचे लोहे की वस्तुएं या व्यर्थ का सामान नहीं रखना चाहिए। इनसे वास्तुदोष उत्पन्न होता है।

वास्तु शास्त्र सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा के सिद्धांत पर कार्य करता है। अत: ऐसी वस्तुओं से नकारात्मक प्रभाव बढ़ता है जिससे युवाओं के विचारों में भी नकारात्मकता पैदा होती है। उनका मन व्यर्थ की बातों में भटकने लगता है और उन्हें मानसिक शांति नहीं मिल पाती। इसी वजह से पलंग के नीचे एकदम साफ रखना चाहिए। वहां कोई भी सामान रखने से बचें।

 
 
any body who will try to steal or miss use or blog will be dealt severly acording to law

Jyotishachary Varinder Kumar JI 
Shop No 74 New
Shopping Center Ghumar Mandi
Ludhiana Punjab India

01614656864
09915081311,09872493627

email: sun_astro37@yahoo.com,sun.astro37@gmail.com
wwwsunastrocom.blogspot.com
http://www.sunastro.com/
http://www.facebook.com/profile.php?id=100000371678

शकुन-अपशकुन: दूध उबलकर बर्तन से बाहर आ जाए तो समझ लें कि...




प्राचीन काल से शास्त्रों के अनुसार बताए गए शकुन और अपशकुन की मान्यताएं प्रचलित हैं। किसी भी कार्य को करने से पहले कुछ न कुछ छोटी-छोटी घटनाएं अवश्य होती हैं। इन्हें ध्यान से समझा जाए तो भविष्य में क्या होने वाला है यह मालुम किया जा सकता है।

प्रतिदिन हमारे आसपास कई छोटी-छोटी घटनाएं होती रहती हैं। ज्योतिष के अनुसार इनका संबंध भविष्य से है। ऐसी ही एक छोटी सी घटना है दूध का उबलकर तपेली से निकलना।

वैसे तो दूध का उबलना एक सामान्य घटना है लेकिन ज्योतिष में इसका काफी महत्व है। इसे शुभ शकुन समझा जाता है। ऐसा माना जाता है कि यदि किसी दूध गर्म करते समय पूरी सावधानी रखने के बाद दूध उबलकर कर बर्तन से बाहर निकल आता है तो भविष्य में कोई शुभ समाचार प्राप्त होंगे। धन संबंधी मामलों में लाभ होने की संभावना बढ़ जाती है। आज के आधुनिक युग में इन बातों को अंधविश्वास की तरह ही माना जाता है लेकिन ज्योतिष पर विश्वास रखने वालों के लिए यह महत्वपूर्ण बातें होती हैं।



any body who will try to steal or miss use or blog will be dealt severly acording to law

Jyotishachary Varinder Kumar JI 
Shop No 74 New
Shopping Center Ghumar Mandi
Ludhiana Punjab India

01614656864
09915081311,09872493627

email: sun_astro37@yahoo.com,sun.astro37@gmail.com
wwwsunastrocom.blogspot.com
http://www.sunastro.com/
http://www.facebook.com/profile.php?id=100000371678

लक्ष्मी कृपा का आसान उपाय - इस मंत्र से घर में लगाएं तुलसी का पौधा




स्वस्थ तन, मन और वाणी में मिठास किसे सुख-सुकून नहीं देती? दरअसल तीनों ही बातों में एक समानता है और वह है पवित्रता। जी हां, स्वच्छता किसी भी रूप में मौजूद हो वह मन को ऊर्जा व ताजगी देती है। बस, यही ऊर्जा अलग-अलग तरह की गुण व शक्तियों में तब्दील हो सुख-संपन्नता पाने में मदद करती है। जिसे ही धार्मिक आस्था से देवी लक्ष्मी की कृपा भी माना जाता है।

इस तरह जाहिर है कि जहां तन, मन, विचार व वातावरण में पवित्रता हो वहां लक्ष्मी बसती है। सांसारिक जीवन में ऐसी ही पवित्रता का प्रतीक व लक्ष्मी का साक्षात् स्वरूप माना जाता है - तुलसी का पौधा। इसलिए शास्त्रों में तुलसी पौधा घर में लगाने का शुभ फल लक्ष्मी की असीम कृपा बताया गया है।

पौराणिक मान्यताओं में भी इसे तुलसी व वृंदा के नाम से विष्णु प्रिया या लक्ष्मी का ही रूप बताया गया है। इसीलिए शालिग्राम-तुलसी विवाह की परंपरा व पूजा भी सुख-समृद्ध करने वाली मानी गई है। माना जाता है कि हरि व हर यानी शिव-विष्णु की कृपा से ही तुलसी को देववृक्ष का स्वरुप प्राप्त हुआ। व्यावहारिक रूप से भी घर में तुलसी पूजा से मन में शुद्ध भाव पैदा होते हैं तो खाने से तन भी निरोगी रहता है।

अगर आप भी आर्थिक परेशानियों से दूर खुशहाल जीवन चाहते हैं तो शास्त्रों में बताए कुछ विशेष मंत्रों घर में तुलसी का पौधा लगाकर देवी लक्ष्मी को बुलावा दें और स्थायी वास की कामना करें। जानते हैं ये मंत्र और तुलसी पौधा लगाने का सरल तरीका -

- तुलसी पौधा लगाने के लिए वैसे तो शास्त्रों में आषाढ़ व ज्येष्ठ माह का महत्व बताया गया है। किंतु अन्य दिनों में किसी भी पवित्र तिथि खासतौर पर एकादशी तिथि को स्नान के बाद किसी भी देव मंदिर या जिस घर मे नित्य तुलसी पूजा होती हो, से तुलसी का छोटा-सा पौधा लेकर आएं।

- घर के आंगन या किसी पवित्र जगह को गंगाजल से पवित्र कर तीर्थ की पवित्र मिट्टी से भरे गमले में उस पौधे को रोपें। तुलसी के पौधे को जल, गंध, इत्र, फूल, दूर्वा, फल अर्पित करते हुए पीली मौली या वस्त्र अर्पित करें। मिठाई का भोग लगाएं।

- बाद किसी सुहागिन स्त्री से ही तुलसी के चारों ओर दूध व जल की धारा अर्पित करवाकर नीचे लिखे वेद व पुराण मंत्रों का ध्यान करें -

विष्णु का ध्यान कर तुलसी मंत्र बोलें -

नमस्तुलसि कल्याणि नमो विष्णुप्रिये शुभे।

नमो मोक्षप्रदे देवि नम: सम्पत्प्रदायिके।।

लक्ष्मी का ध्यान कर यह मंत्र बोलें -

श्रीश्चते लक्ष्मीश्चपत्न्यावहोरात्रे पारश्वे नक्षत्राणिरूप मश्विनौव्यात्तम्।

इष्णन्निषाणामुम्म इषाण सर्वलोकम्म इषाण।

- मंत्र स्मरण के बाद तुलसी की धूप, दीप व कर्पूर आरती करें व प्रसाद ग्रहण करें।


any body who will try to steal or miss use or blog will be dealt severly acording to law

Jyotishachary Varinder Kumar JI 
Shop No 74 New
Shopping Center Ghumar Mandi
Ludhiana Punjab India

01614656864
09915081311,09872493627

email: sun_astro37@yahoo.com,sun.astro37@gmail.com
wwwsunastrocom.blogspot.com
http://www.sunastro.com/
http://www.facebook.com/profile.php?id=100000371678