Monday, October 3, 2011

11 नींबू से आपकी हर परेशानी हो जाएगी गायब, जानिए कैसे?



हर समस्या या संकट का समाधान हो जाता है मां काली की पूजा से। भक्तों से शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवी-देवताओं में से एक हैं मां काली। माता अपने भक्तों के सभी कष्ट और क्लेश पलभर में दूर कर देती हैं। काली माता मां दुर्गा का ही एक रूप है। नवरात्रि के दिनों में देवी मां की आराधना के श्रेष्ठ फल प्राप्त होते हैं।

नवरात्रि के अंतिम दो दिन शेष है, अत: इन दिनों में आप एक छोटा सा उपाय कर दें, आपको सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाएगा। मां काली अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं, वे सही-गलत जरूरी देखती हैं परंतु जो भी सही मनोकामना होती है वह अवश्य ही पूरी होती है।

प्रात: काल सभी नित्य कर्मों से निवृत्त होकर मां काली के मंदिर जाएं। देवी मां को सात, ग्यारह या इक्कीस नींबूओं की माला बनाकर अर्पित करें। माला घर से बनाकर ले जा सकते हैं। माला अर्पित करने के बाद मां के मस्तस्क पर गुलाब के फूल चढ़ाएं और लाल गुलाब की माला समर्पित करें। इसके बाद मां काली को गुड के प्रसाद का भोग लगाएं। यह प्रसाद वहां अन्य भक्तों को वितरित कर दें। इसके अतिरिक्त नियमित रूप से मां काली को सप्ताह में या माह में एक बार अवश्य गुड का प्रसाद चढ़ाएं और गरीबों की मदद करें।

इस प्रकार करने से आपके कष्ट जल्दी ही कम होने लगेंगे और आपका जीवन सुखी और समृद्धिशाली बना रहेगा। 



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04 अक्टूबर : आज का पंचांग, ग्रह स्थिति और यात्रा की शुभ दिशा



जानिए: आज का पंचाग, किस दिशा में यात्रा करें? चोरी गई वस्तु कहां मिलेगी? आज कौन सा ग्रह, किस राशि में है?

04 अक्टूबर 2011: मंगलवार, सूर्य दक्षिणायन, आश्विन मास शुक्लपक्ष, शोभन नाम संवत्सर, संवत् 2068, शरद ऋतु।

तिथि - अष्टमी

विशेष - शारदीय नवरात्रि महाष्टमी

नक्षत्र - मूल सुबह 8.30 से पूर्वाषाढ़

सूर्योदय - 05:49

सूर्यास्त - 07:13

अक्षांश - 23:11 उत्तर

देशांश - 75:43 पूर्व

ग्रह स्थिति - चंद्र धनु राशि में, सूर्य कन्या में, मंगल कर्क में, बुध कन्या में, गुरू मेष में, शुक्र कन्या में, शनि कन्या राशि में, राहु वृश्चिक में और केतु वृष राशि में स्थित है।

किस दिशा में यात्रा - उत्तर दिशा, यदि आवश्यक हो तो गुड़ सेवन कर के यात्रा करें।



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